मंगलवार, 5 जून 2018

आह!...... में


देखकर उसे यूँ तड़प गयी
एक हूक सी उठी मेरे हीय में।
ये नजरे उठी की उठी रह गयी
जब उनको देखा किसी और के आगोश में।
ये दिल जो उनका दिवाना हुआ था
टूटकर बिखर गया उसी राह में।
कर दिये विरान मेरी जिंदगी को
वो रहतें हैं सिर्फ मेरी आह! में ।

डॉ. अनिता सिंह
5/6/2018

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