रविवार, 20 जनवरी 2019

सेंध

ओ सेंध लगाकर जाने वाले
कुछ मेरी भी सुनते जाना ।

मेरी सोई धड़कनो को जगाने वाले
एक मधुर गीत तो गुनगुनाना।

रातों को नींदो से जगाने वाले
सुहानी ख्वाब बनकर आना।

निहारती हूँ हर लम्हा पथ तेरा
एक बार लौट आना।

जाना ही चाहते हो तो जाओ
जाते जाते एक बार मुस्कुराना।

गिले शिकवे सब भूला कर
मुझे माफ करते जाना।

डॉ. अनिता सिंह
20/01/2019

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