रविवार, 5 अगस्त 2018

तलाश.....

हे प्रभु! तुम्हारी तलाश में
मैने जिंदगी गुजार दिया ।
तुम्हारे होने के अहसास ने
मुझे रोमांचित कर दिया।
तेरी ही अनुभूति में मैने
हर लमहां बिता दिया।
लेकिन तुम वैसे नहीं हो
जैसा मैने सोचा था।
तुमने मुझे अपने होने का
अहसास दिलाकर क्यों
अपने से दूर कर दिया ।

डॉ. अनिता सिंह
29/07/2018

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