आस्तिक- नास्तिक ईश्वर के प्रति अहसास है।
अमीरी-गरीबी जीवन की परिस्थितियाँ हैं ।
अच्छा -बुरा व्यक्ति का विचार है ।
अपना - पराया संसार की जकड़न ।
अनुराग -विराग मोह-माया और त्याग है।
अमर-मर्तय जीवन के प्रति अहंकार।
सुख-दुख जीवन के विपरीत भाव।
लाभ-हानि व्यक्ति की स्थितियाँ हैं।
शुभ -अशुभ व्यक्ति का विश्वास है।
उत्थान-पतन कर्मो का परिणाम है।
दुर्जन -सज्जन व्यक्ति का संस्कार है।
जन्म-मृत्यु व्यक्ति का भाग्य है।
निंदा-स्तुती ईर्ष्या और तृप्ति है।
सत्कार -दुत्कार व्यक्ति की पहचान है।
अभ्यान्तर-वाह्य किसी को पाने की तड़प है।
आसक्त -अनासक्त प्रेम की पीड़ा का परिणाम है।
अनुकूल -प्रतिकूल परिस्थितियाँ लोगों की पहचान है।
दोस्त - दुश्मन हर जन्म में साथ- साथ हैं।
प्रश्न - उत्तर व्यक्ति को कर देता निरूत्तर।
आदर- अनादर व्यक्ति के स्वभाव की बात है।
आदि-अनादि वो ईश्वर निराकार है।
डॉ. अनिता सिंह
Nice😊👌👌
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